साहब श्री हरींद्रानंद जी का जीवन परिचय | Sahab Shri Harindranand ji Biography in Hindi

Quick info about Sahab Shri Harindranand ji

पूरा नाम ( Full Name)साहब श्री हरींद्रानंद जी
जाति ( Cast)सिन्हा
धर्महिन्दू
नागरिकताभारतीय
राशिupdated soon
उम्र ( Age)74 साल की उम्र में निधन
जन्म स्थान ( Birth place)अमलोरी, जिला-सीवान, बिहार
जन्म तिथि ( Date of Birth)सन 1948
भाषाएंहिंदी, अंग्रेजी
संस्थापक शिव शिष्य परिवार
जीवनकाल1948-2022
निधन3 AM – 4/Sept/2022
निधन का कारणदिल का दौरा

Table of Contents

जन्म स्थान सीवान जिला, बिहार के बारे में

अमलोरी, बिहार प्रांत के सीवान जिले में सरयू नदी के उत्तरी तट पर स्थित है। देवाधिदेव महादेव का तेज सीवान के कण-कण में व्याप्त है। कितने रत्न छिपे हैं, यह जानकर इस भूमि को देशरत्न बाबू राजेंद्र प्रसाद की जन्मस्थली का नाम मिलने पर गर्व हुआ। और अब रत्ननगर की यह भूमि भगवान के सबसे प्रिय शिष्य साहब श्री हरिंद्रानंद जी की आध्यात्मिक जागृति यात्रा से मुग्ध और प्रफुल्लित है, जो अपने ही गर्भ से अवतरित हुए। राजेंद्र बाबू ने अपनी सादगी से राजनीतिक उच्चता का कीर्तिमान रचा, तो साहेब श्री हरिंद्रानंद जी बिना धूमधाम से अपने आध्यात्मिक जागरण से शिवत्व की गाथा लिख रहे हैं। कौन हैं ये जो शिव की चर्चा के माध्यम से गृहस्थ जीवन में आध्यात्मिक जागृति की भावना जगा रहे हैं। हमारी दुनिया में कौन आया है, जो हमारे गृहस्थ जीवन को शिवत्व से सुगन्धित बना रहा है और उसे सुशोभित करने की युक्ति चला रहा है। ऐसे कई सवाल मन में कौंध रहे हैं.

जवाब अत्यंत सरल और सुलभ हैं – साहब श्री हरीन्द्रानन्द जी।

साहब श्री हरींद्रानंद जी कौन है (Who is Sahab Shri Harindranand ji )

अमलोरी बिहार के सीवान जिले का एक गाँव है। यह गांव सीवान से 5 किमी की दूरी पर गोपालगंज जाने वाले मुख्य मार्ग पर स्थित है। यह वही गाँव है जहाँ 1948 में कार्तिक कृष्ण पक्ष चतुर्दशी की एक सर्दियों की सुबह, भगवान को भाग्य के हाथों से लिखी गई सदियों की कहानी मिली और श्री विश्वनाथ सिन्हा और माता श्रीमती राधा जी, साहेब श्री हरिंद्रानंद की पहली संतान के रूप में अवतार लिए। .जी, ऐसा अवतरण हुआ कि माता-पिता और गांव जवार ही नहीं, बल्कि पूरे देश ने जयंती मनाई। उस दिन दिवाली थी। मिट्टी, मिट्टी के खिलौने और मिट्टी के शरीर, पिता श्री विश्वनाथ बाबू की शक्ति और माता राधाजी की गोद की छाया पाकर वे ऐसे तेज की मिट्टी से माधव बन गईं। जैसे हृदय में शिव, श्वास में शिव और कंठ में पंचाक्षर बस गए।

साहब श्री हरींद्रानंद जी की जीवनी/जीवन परिचय ( Sahab Shri Harindranand ji Biography in Hindi)

साहब श्री हरींद्रानंद जी का जन्म सन 1948 में बिहार के सीवान जिला के एक अमलोरी नामक गांव में हुआ था इनका जन्म इस स्थान के सिन्हा परिवार में हुआ था।  इनके पिता बिहार प्रशासनिक सेवा में थे, साहब श्री हरींद्रानंद जी भारत में शिव आज भी गुरु है जन जन तक पहुंचाने का काम किये, और लाखो लोगो को शिव शिष्य बनाये, शिव शिष्य परिवार के संस्थापक के रूप में समाज में उभर कर बाहर आए।

इनका जीवनकाल 74 साल का रहा, जो कुछ इस प्रकार है- 1948-2022

साहब श्री हरींद्रानंद जी का प्रारंभिक जीवन ( Early life of Sahab Shri Harindranand ji )

5 वर्ष की उम्र में भूत प्रेत और तंत्र मंत्र की बातें , किशोरावस्था में श्मशान साधना , कॉलेज के दिनों में शिव की तलाश । आरा, सहरसा और साहेबगंज के श्मशानों से लेकर नरमुंडों तक में खोज , सिर्फ रहस्यमयी दुनिया की खोज चलती रहीं।

यह 1974 तक चलता रहा। शिव के रूप में तो कभी ऋषि के रूप में प्रच्छन्न आत्माएं शिव के मूल ज्ञान से भटकने का प्रयास करती रहीं। 1974 का नवंबर श्री साहब के जीवन में आपके लिए अवसाद लेकर आया था, लेकिन तब तक मन शिवत्व के प्रति जागरूक हो चुका था। 1975 में मुजफ्फरपुर के पास तुर्की में सरकारी आवास पर, साहब श्री को शिव नाम मंत्र के बारे में पता चला जब नमः शिवाय अपनी सांसों के साथ आत्मा की गहराई में उतर गया। एक पल के लिए तो लगा जैसे पूरी जिंदगी ही ठहर सी गई हो। वे चिल्लाए ‘री-रे! वे ढूंढ रहे थे, मिल गए, मिल गए। बेखुदी ऐसी कि मां घर के अंदर से चिल्लाती रही कि क्या मिला है, लेकिन होश किसने दिया होता? जब होश आया तो मां ने बाहर से चिल्लाकर कहा कि मां को चाबी मिल गई है। यह अध्यात्म की कुंजी थी जो सांसों में इतनी लीन थी कि अब तक आत्मा के तार बजते रहते हैं। और चमत्कार होते रहते हैं।

साहब श्री हरींद्रानंद जी का समस्त जानकारी ( Sahab Shri Harindranand ji wiki / bio / info)

वास्तविक नाम ( Real name)साहब श्री हरींद्रानंद जी (Sahab Shri Harindranand ji)
राशि चक्रupdated soon
Incomeअज्ञात
Net worthअज्ञात
जाति ( cast)Sinha
धर्महिन्दू
जाति का वर्ग/कुल व गौत्रupdated soon
नागरिकताभारतीय
उम्र ( Age)74 साल की उम्र में निधन
जन्म तिथि ( Date of Birth)सन 1948
जन्म स्थान ( Birthplace)अमलोरी, जिला-सीवान, बिहार
मृत्यु ( Death date)3 AM – 4/Sept/2022
स्थान, जहां मृत्यु हुईRanchi, Jharkhand
जन्मभूमि का राज्य ( Birth Place)Bihar
पेशा ( Profession)शिव शिष्य
लोकप्रियता का कारणजन जन तक शिव को गुरु बनाना
भाषाएंहिंदी, अंग्रेजी
वर्तमान में निवास स्थानरांची में रहते थे
कार्यकालसन् 1948 से 2022 तक

साहब श्री हरींद्रानंद जी का करियर ( Sahab Shri Harindranand ji career )

साहिब श्री हरिन्द्र नंद जी के पिता श्री विश्वनाथ सिन्हा जी व्याख्याता थे। बाद में उनका चयन बिहार प्रशासनिक सेवा के लिए हो गया। कुछ दिनों बाद उनकी सेवा शिक्षा विभाग को सौंप दी गई। पिता के स्थानांतरण के साथ साल दर साल उजड़ना और फिर बसना बस्ती साहब श्री हरिंद्रानंद जी की जीवन शैली का हिस्सा बन गई। पुत्र की आध्यात्मिक प्रवृत्ति को देखते हुए पिता का विवाह 1972 में पलामू जिले के मनातू गांव निवासी प्रसिद्ध जमींदार मौर जगदीश्वर जीत सिंह की दूसरी पुत्री राजमणि नीलम जी से कर दिया। नीलम आनंद जी, जिन्हें दीदी श्री के नाम से जाना जाता है, एक बार श्री हरिंद्र नंद जी के जीवन साथी बन गए, जैसे छाया जीवन की तरह यात्रा करती रही। अपने पति के साधना मार्ग में बाधक बनने के बजाय, उन्होंने एक साथी बनना चुना ।

साहब श्री हरींद्रानंद जी के परिवार सम्बन्धी जानकारी ( Sahab Shri Harindranand ji family information )

पिता का नाम ( Fathers Name)श्री विश्वनाथ सिन्हा
माता का नाम ( Mothers name)श्रीमती राधा जी
बहन ( Sister)अज्ञात
भाई ( Brothers)2
चाचा जी ( Uncle name)अज्ञात
पत्नी का नाम ( Wife Name)श्रीमती नीलम आनंद जी
बच्चे ( Childrens)2
बेटा2 (Sonu, Monu)
बेटीMonika
अन्य रिश्तेदार ( Other Relatives)अज्ञात
गुरु का नामShiv Guru

साहब श्री हरींद्रानंद जी शैक्षणिक योग्यता ( Sahab Shri Harindranand ji Education qualification)

प्राथमिक शिक्षाupdated soon
माध्यमिक शिक्षा से उच्च स्तरीय शिक्षाupdated soon
विषयupdated soon
स्कूल का नामupdated soon
स्कूली शिक्षा समाप्ति तिथिupdated soon
स्नातकupdated soon
स्नातक उपाधि के विषयupdated soon

साहब श्री हरींद्रानंद जी का उद्देश्य क्या था ( What was the aim of Sahab Shri Harindranand ji)

जन जन तक शिव को गुरु बनाना

शिव को गुरु बनाया, हरिंद्रानंद जी की दुनिया बदल गई। जो श्मशान में ढूंढते थे, वो खुद दिल में बैठ जाएं, जिन्हें मंदिरों में ढूंढते रहे वो सांसों में बस गए। वह जो भी जप करना चाहता था, वह उसके गले में उतर गया। जिसे लोग चमत्कार कहते हैं, उसे हरिंद्रानंद जी महादेव की कृपा बताते हैं। साहेब श्री हरिंद्रानंद जी की वैचारिक सादगी से अभिभूत सभी गुरु भाई-बहन उन्हें ‘नाम’ नहीं ‘वेरेण्य गुरुभ्रता’ कहकर संबोधित करना पसंद करते हैं।

साहब श्री हरींद्रानंद जी का पसंदीदा चीजें और शौक ( Sahab Shri Harindranand ji Favourite things and hobbies

पसंदीदा खानाशाकाहारी तथा मांसाहारी भोजन
पसंदीदा रंगसफ़ेद
पसंदीदा विषयशिव भक्ति
पसंदीदा पोशाकसफ़ेद कपड़े, काला टोपी
पसंदीदा फिल्मधार्मिक फ़िल्में
पसंदीदा गानाशिव गुरु भजन
शौक (Hobbies)जन जन तक शिव को गुरु बनाना

साहब श्री हरींद्रानंद जी का भौतिक माप ( Sahab Shri Harindranand ji physical measurements)

ऊंचाई (height)5 फिट 9 इंच
वज़न (Weight)65 किलोग्राम
त्वचा के रंगWhite
आंख का रंगकाला
बालों का रंगकाले, सफ़ेद
बालों का प्रकार / शैली (Hair Style)
जूते की संख्या (Shoe number)8IND

यह भी पढ़ें : शिव शिष्यता के संस्थापक साहब श्री हरींद्रानंद जी का रांची में निधन, समर्थकों में शोक की लहर

QNA

Q. साहब श्री हरींद्रानंद जी कौन थे?

Ans. Shivya Shishya and शिव शिष्य परिवार के संस्थापक

Q. साहब श्री हरींद्रानंद जी का जन्म कहां हुआ था?

Ans. Siwan, Bihar

Q. साहब श्री हरींद्रानंद जी ने किस संस्थान की स्थापना की?

Ans. शिव शिष्य परिवार के संस्थापक

Q. साहब श्री हरींद्रानंद जी पेशे से क्या थे?

Ans. जन जन तक शिव को गुरु बनाना

Q. साहब श्री हरींद्रानंद जी का जीवनकाल कितना था?

Ans. 74 वर्ष

Q. साहब श्री हरींद्रानंद जी की मृत्यु कब हुई?

Ans. 2022

Q. साहब श्री हरींद्रानंद जी की मृत्यु कैसे हुई?

Ans. दिल का दौरा

Q. साहब श्री हरींद्रानंद जी की पत्नी का क्या नाम है?

Ans. श्रीमती नीलम आनंद जी

DISCLAIMER: साहब श्री हरींद्रानंद जी के बारे में उपरोक्त विवरण विभिन्न ऑनलाइन रिपोर्टों से प्राप्त किया गया हैं। वेबसाइट आंकड़ों की 100% सटीकता की गारंटी नहीं देती है। सभी तस्वीरें सोशल मीडिया अकाउंट से ली गई हैं।

3 thoughts on “साहब श्री हरींद्रानंद जी का जीवन परिचय | Sahab Shri Harindranand ji Biography in Hindi”

  1. Namah shivay
    Jo photo dono ke sath me wala hai wo orignal quality me chahiye hamko sir. Bada size me print karwana hai.
    vikash.

    Reply
  2. kya sachmuch harendra bhaiya shiv shishya ban paye the? koi shiv shishy bimar kaise ho sakta hai. mrityu nischit hai, lekin bimar hokar aur wah bhi apne ko ek shiv shishy batane wale ka. samajh me nahi aata. om namah shivay.

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